विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। बिटामिन सी हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए अति आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है | यह पोषक तत्व फ्री रेडिकल्स से हमारे शारीर की कोशिकाओ का बचाव करता है | यह एक एंटी-एलर्जी ओ एंटी-ओक्सिडेंट के रूप में काम करता है | हेल्दी रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आप इसकी सही क्वॉन्टिटी लें और सही टाइम पर लें।
आइए जानें विटामिन सी के कार्य के बारे में, कैसे हमारे लिए संजीवनी बूटी है विटामिन सी ?
बिटामिन सी कैंसर की संभावना को भी कम करने में बहुत सहायक है| हड्डियों को जोड़ने वाले कोलाजेन पदार्थ, रक्त वाहीकाएं, लीगामेट्स, कार्टिलेज आदि अंगों को भी अपने निर्माण के लिए विटामिन सी जरुरी होता है |
विटामिन सी हमारे मस्तिष्क में सेराटोनिन नामक रसायन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ये रसायन हमारी नींद के लिए अति आवश्यक रसायन है| विटामिन सी कोलेस्ट्राल को भी काबू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |
विटामिन सी के रोजाना सेवन से हमारे शरीर का इम्यूनो सिस्टम मजबूत हो जाता है जिससे हमारे शरीर को अनेकों बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है| विटामिन सी चहरे की झुर्रियों को ठीक करने में काफी लाभदायक होता है |
इसकी एन्तिहिस्टामाइन गुणों के कारण,यह आम सर्दी और ठंडी में एक दवा के रूप में कार्य करता है| विटामिन सी का नियमित उपयोग, हमारे शरीर को सर्दी, खाँसी और अन्य प्रकार से संक्रमण से सुरक्षित रखता है |
विटामिन सी के कमी के संकेत
जब आप को अक्सर सर्दी जुकाम होना, , बालों का गिरना, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, थकावट, ड्राई बाल होना, त्वचा की असमान रंगत, अचानक वजन कम होना घाव का धीरे भरना व दांत संबंधी समस्याएं, विटामिन सी की कमी के लक्षण माने जाते हैं। विटामिन सी अन्य पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए व आयरन के साथ मिलकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है। विटामिन सी घुलनशील होता है इसलिए अतिरिक्त पोषक तत्व आसानी से पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
विटामिन सी की कमी के कारण कई बीमारियाँ होने की संभावना हो सकती हैं |
1. आखों में मोतियाबिंद का होना ( Glaucoma)
2. आँख, कान व नाक के रोग ( Diseases of the eyes, ears and nose )
3. हड्डियों का कमजोर होना (Bone weaknees)
4. खून का बहना (Bleeding)
5. मुंह से बदबू आना (Smell of mouth)
6. जोड़ों में दर्द ( Joints Pain)
7.. जुकाम (Common cold)
8. सांस लेने में कठिनाई ( Difficulty breathing)
9.. फेफड़े में कमजोरी ( Lung weakness )
10. मसूड़ों से खून व मवाद निकलना ( Bleeding Gum)
11.. चार्म रोग (Skin Disease)
12.. एलर्जी (Allergies)
13.. अल्सर ( Ulcer)
14. पाचन क्रिया में दोष का होना (Defect in the digestive tract)
15. भूख न लगना (Do not get hungry)
16. गर्भपात आदि जैसे रोग होने की संभावना हो जाती है (Probability of disease like abortion etc)
पोषण विटामिन सी के स्रोत (Source of Nutrition vitamin C)
- सन्तरा (orange)
- Amla ( आंवला )
- Maushambi (मौशम्बी )
- Kiwi (किवी)
- Broccoli (ब्रोकोली)
- Strawberry (स्ट्राबेरी)
- Red Chilly ( लालमिर्च)
- Guava (अमरुद)
- Lemon (नीबू)
- Banana (केला)
- दूध
- बेर
- कटहल
- शलगम
- पुदीना
- मूली के पत्ते
- मुनक्का
- चौलाई
- हरा धनिया
- पालक
विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों को गैस या अवन में पकाने या उबालने व अधिक समय तक स्टोर करके रखने से उनकी पौष्टिकता कम हो जाती है। इसलिए विटामिन सी का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए कच्चे फल व सब्जियां ही खाएं।