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महिलाएं

क्या स्पाइनी चुहिया (Female Spiny Mice) को भी पीरियड्स होती है? जाने पूरा सच !

क्या स्पाइनी चुहिया (Female Spiny Mice) को भी पीरियड्स होती है? जाने पूरा सच !

प्रेगनेंसी-पेरेंटिंग, महिलाएं, मुख्य, स्वास्थ्य
महिलाओ में हो रहे पीरियड्स से होने वाले दर्द, थकान जैसे दिक्कतों को दूर करने के लिए नए - नए प्रयोग होता रहा हैं. इसके लिए कई तरह के जानवरों के ऊपर भी रिसर्च कीये गए लेकिन सफलता नहीं मिली इस बात को ले कर वैज्ञानिकों के बीच काफी बड़ा मुद्दा बनता चला गया, बाद में एक बड़ी सोध और चर्चा के बाद स्पाइनी चुहिया (Female Spiny Mice) को माहवारी क्लब में सामील किया गया । आप को बता दें की इस धरती पर ऐसे दो जानवर चमगादड़ और छिपकली जो अपने घावों को बहुत तेजी से ठीक कर लेते है. इस तरह के छमता को एकोमिस कैहिरिनस (Acomys cahirinus) कहते हैं। ठीक इसी तरह स्पाइनी चुहिया (Female Spiny Mice) भी अपने घावों को बहुत तेजी से ठीक कर लेती है। इस चुहिया के भी पीरियड्स आते हैं। अब आप सोच रहें होंगे की आखिर ऐसा कौन आदमी था जिसने स्पाइनी चुहिया में पीरियड्स आते हैं इस बात की खोज की, तो हम आप को बता दें की इसकी  ब
क्या कभी हो पाएगा महिलाओं के पीरियड्स का ‘इलाज’? ज्ञानिकों के सामने बड़ा सवाल आज भी बरकरार है

क्या कभी हो पाएगा महिलाओं के पीरियड्स का ‘इलाज’? ज्ञानिकों के सामने बड़ा सवाल आज भी बरकरार है

महिलाएं, मुख्य, स्वास्थ्य
इलाहार्मोंस में गड़बड़ी या असंतुलन से होती है अनियमित माहवारी पीरियड्स / मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली कॉमन प्रॉब्लम है। जी हाँ आप ने बिल्कुल सही पढ़ा लेकिन ये सुनने में जितना कॉमन प्रॉब्लम लग रहा है कभी कभी यह बेहद गंभीर बीमारी बन जाती है। लेकिन जब इरेग्युलर पीरियड्स की समस्या आए तो हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इससे ग्रस्त महिलाओं को कई प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं। यदि इरेग्युलर पीरियड्स  की समस्या हो तो इसके लक्षण की पहचान कर समय से इसका इलाज करवाना चाहिए।    पीरियड्स क्या है ? पीरियड्स महिलाओ में होने वाली एक ऐसी प्रक्रिया है जो महिलाओ ने कम से कम 1 बार होत है  जो एक गर्भधारण की तैयारी की प्रक्रिया है इसका संचालन हॉर्मोन्स करते हैं. इस प्रक्रिया भ्रूण , गर्भाशय के अंदर पनपता है जो  कोशिकाओं को मिला कर एक परत बनती है, उसे एंडोमेट्रियम (Endometrium) कहते
गर्भवती औरत का कैसे रखें ख्याल?

गर्भवती औरत का कैसे रखें ख्याल?

महिलाएं
भारतीय संस्कृति में ब्रह्माण्ड को रचयिता के गर्भ के तौर पर देखा जाता है। इस संदर्भ में यहां महिला को एक ऐसे इंसान के तौर पर देखा जाता है, जो अपने भीतर एक पवित्र जगह रखती है। ऐसे में यहां इस पर बहुत ध्यान दिया गया है कि कैसे उसके साथ व्यवहार किया जाए, कैसे उस पावन स्थान को प्रतिष्ठित किया जाए, कैसे एक आदर्श बच्चे के जन्म के लिए उस स्थान को तैयार किया जाना चाहिए। हर मासिक चक्र के समय होता था कर्मकांड जब वह गर्भवती होगी तो उसका मासिक चक्र रुक जाएगा, लेकिन उसके हर चक्र के समय पर यहां एक विस्तृत कर्मकांड बताया गया है। कोई भी महिला आमतौर पर गर्भधारण के पहले से लेकर प्रसव तक ग्यारह कर्मकांडों से होकर गुजरती है। अगर उसके गर्भ का समय सामान्य है तो वह गर्भधारण के पहले से लेकर प्रसव तक ग्यारह मासिक चक्रों से होकर गुजरती है। इन ग्यारह चक्रों के लिए अपने यहां ग्यारह अलग-अलग कर्मकांड हैं, जहां उसके
गर्भवती होने के लिए कब क्या करे, क्या है सही समय

गर्भवती होने के लिए कब क्या करे, क्या है सही समय

प्रेगनेंसी-पेरेंटिंग, महिलाएं
स्त्री रोग विशेषज्ञ के अनुसार गर्भवती होने के लिए जितना सेक्‍स करना जरुरी है उतना ही ये भी जरुरी है की इस बात की जानकारी होनी चाहिए की सेक्स कब किया जाए | इस पहलू पर ना ध्यान देने से कई बार गर्भधारण करने में भी परेशानी भी आती है | क्या है कारण गर्भधारण न कर पाने के पीछे | वैसे तो गर्भधारण कर पाने के पीछे कई कारण हो सकते है| साथ जी इसके तहत महिला और पुरुष के शारीरिक और मानसिक दोनों कारण हो सकते है | ज्यादा तर तो ज्ञान और जानकारी का अभाव होना जिसके तहत सही समय पर सेक्स ना करना, सेक्स के बातो को ध्यान में ना रखना | (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); लेकिन इन सब के साथ और भी बहुत से कारण हो सकते है | गर्भ धारण करने का प्रयत्न करने से पहले वे दोनों अपना शारीरिक परीक्षण करवा लें क्योंकि इससे गर्भावस्था से संबंधित कई समस्याओं का निदान करने में सहायता मिलती है। जानें कि ग