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असंभव कुछ नहीं

हमारा जीवन बहुत कठिन है या में कुछ नहीं कर सकता ये शब्द आपने अकसर अपने आस पास के लोगो से सुना होगा और जब हमारे जीवन में एकसाथ बहुत सी मुश्किल हो तब, हम मुश्किलों का सामना करने की वजह उससे कही दूर भागने की सोचते हैं पर वास्तव में क्या ऐसा हो पाता है नहीं बल्कि हम उसकी चिंता में अपना आत्मविश्वास भी खो बैठते है और बिना कुछ किये ही हार मान लेते हैं जबकि वास्तव में हमने उसके लिए कोई प्रयास ही किया ही नहीं होता |

आपको एक कहानी सुनाता हु ये कहानी है एक ऐसी लड़की की जो उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर की निवासी है और अपने दिल में अपने सपनो को जिन्दा रखकर उन्हें पूरा करने की कोशिश कर रही थी दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब यह लखनऊ से दिल्ली ट्रैन से आ रही थी तब ट्रैन में मौका पाकर बरेली के पास बदमाशों ने इनसे लूटपाट करने की कोशिश की तब इन्होने उसका विरोध किया तो उन बदमाशों ने इन्हे ट्रैन से बाहर फेंक दिया और दूसरी पटरी पर आ रही ट्रैन से इनका एक पैर कट गया और ये बेहोस हो गयी |

कुछ लोगो ने इन्हे हॉस्पिटल पहुंचा दिया और जब कुछ समय बाद इन्हे होश आया तो इनका एक पैर नहीं था तब कुछ लोगो ने इन्हे निराश न देखकर इनसे इनकी आगे की जिंदगी के बारे में पूछा तो इन्होने जवाब दिया अभी मुझे एवेरेस्ट चढ़ना है लोग यह सुनकर हैरान थे क्युकी जिनके दोनों पैर हैं वो भी पार नहीं कर सके तो एक पैर से तुम कैसे करोगी?

उस समय इस सवाल का जवाब उस समय शायद इन्हे भी नहीं पता था पर जो इनके मन में अपने सपनो को पूरा करने की ज़िद्द थी उस ज़िद्द ने इनकी विकलांगता को दरकिनार करते हुए इनके आत्मविश्वास को और बढ़ा दिया और इन्होने अपने सपने को पूरा करने की ठानी कुछ दिनों बाद सर्जरी हुई और नकली पैर लगा दिया गया फिर क्या था

जब किसी के मन में कुछ करने का संकल्प हो और आत्मविश्वास हो तो कोई मंजिल मुश्किल नहीं बस और इन्होने गजब के जीवट का परिचय देते हुए 21 मई 2013 को दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवेरेस्ट (29028 फ़ीट) को फ़तेह करके एक नया इतिहास रच दिया और ऐसा करने वाली यह पहली विकलांग भारतीय महिला होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया |

दोस्तों इनका नाम है अरुणिमा सिन्हा जिनके यथा साहस और आत्मविश्वास ने इनके सपनो को नयी उड़ान दी

अकसर हमारे साथ भी कुछ चीजें ऐसी हो जाती है की हम बहुत निराश हो जाते हैं और नामुम्कीम सा समझकर अपने सपनो को वही तोड़ देते हैं और फिर पूरा जीवन अपने भाग्य को कोसने में निकाल देते है

“हमेशा याद रखिये आपके हालत अगर ठीक नहीं हैं तो डरिये मत बस और दुगने आत्मविश्वास और मेहनत के साथ फिर से जुट जाइये, लोग क्या कहेंगे या कह रहे है इसकी चिंता आप बिलकुल मत कीजिये क्यूंकि आपको आपसे से ज्यादा कोई नहीं जानता और यकीन कीजिये आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता क्युकी असंभव कुछ नहीं”

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