सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj -14 फ़रवरी, 1952 ) – 26 मई 2014 को केंद्रीय केबिनेट में भारत की विदेश मंत्री चुनी गयी हैं। भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक ( भाजपा – ‘भारतीय जनता पार्टी’) की शीर्ष महिला मंत्री में गिनी जाती हैं। वे कुछ समय के लिए दिल्ली की पहली महिला मुख्यतमंत्री भी रहीं । 1977 में उन्हें मात्र 25 वर्ष की उम्र में राज्य की कैबिनेट का मंत्री बनाया गया था और 27 वर्ष की उम्र में वे राज्य जनता पार्टी की प्रमुख बनी | सुषमा स्वराज ग्यारहवीं, बारहवीं और पंद्रहवीं लोक सभा की सदस्य चुनी गयी थीं।
जन्म तथा शिक्षा :-
सुषमा स्वराज का जन्म 14 फ़रवरी, 1952 को अंबाला छावनी, हरियाणा में हुवा था | अंबाला छावनी (Cantt) एक प्रमुख रेलवे जंकशन है। अंबाला जिला हरियाणा एंव पंजाब (भारत) राज्यों की सीमा पर स्थित है। उनके पिता श्री हरदेव शर्मा जो की आरएसएस के प्रमुख सदस्य थे। उनका विवाह 13 जुलाई, 1975 को स्वराज कौशल के साथ सम्पन्न हुआ | स्वराज कौशल (Swaraj Kaushal ) जो की छ: साल तक राज्य सभा में सांसद रहे और साथ ही मिजोरम में राज्यपाल भी रहे और कम आयु में राज्यपाल पद प्राप्त करने व्यक्ति है और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी रहे है | इस सब उपलब्धियों के बाद सुषमा स्वराज और उनके पति स्वराज कौशल का स्वर्णिम रिकॉर्ड ‘लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज हो चुका है। सुषमा स्वराज एक बेटी की माँ भी है, बांसुरी स्वराज कौशल ( Bansuri Swaraj Kaushal ) जो की ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक की है और इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर की डिग्री ले चुकी हैं। वे आपराधिक मामलों की वकील हैं | बांसुरी स्वराज कौशल भी आपराधिक मामलों की वकील रह चुके है | बांसुरी स्वराज कौशल दिल्ली हाईकोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं।
सुषमा स्वराज ने अंबाला छावनी स्थित एस.एस.डी. कॉलेज से बी.ए. की और बी.ए. करने के बाद वे पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली। 1973 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रैक्टिस शुरू की जबकि उनका राजनीतिक करियर (ए.बी.वी.पी.) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ शुरू हुआ था। सुषमा स्वराज जो की अपने छात्र जीवन से ही प्रखर वक्ता हैं। सुषमा कला स्नातक और विधि स्नातक की शिक्षा भी प्राप्त कीं। पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा 1973 में उन्हें सर्वोच्च वक्ता का सम्मान भी दिया गया | सुषमा स्वराज का नाम भाजपा में “राष्ट्रीय मन्त्री” बनने वाली पहली महिला के नाम पर कई तरह के रिकार्ड दर्ज़ हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ाव (ए.बी.वी.पी.) :-
अंबाला छावनी स्थित एस.एस.डी. कॉलेज से बी.ए. की और बी.ए. करने के बाद वे जब पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने गई उस के दौरान सुषमा ‘ ए.बी.वी.पी.’ का हिस्सा बन गई थीं। बाद में जब वे चुनाव प्रचार से सम्बन्धित कार्य हेतु दिल्ली आई थीं तब वे भाजपा से जुड़ीं।
राजनीति में प्रवेश:-
सत्तर के दशक में सुषमा स्वराज ने इंदिरा गांधी के आपातकाल के विरोध में सक्रिय प्रचार किया था । 1977 में हरियाणा विधानसभा की विधायक रहीं और उन्हें जनता पार्टी में चौधरी देवीलाल की कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। 1979 में केवल 27 वर्ष की उम्र में वे जनता पार्टी (हरियाणा) की अध्यक्ष बन गई थीं। वे भाजपा लोकदल की हरियाणा में इस गठबंधन सरकार में वे शिक्षा मंत्री थीं। वे बतौर वक्ता तीन वर्षों तक हरियाणा विधानसभा में भी रहीं ।
उसके बाद वे दिल्ली वर्ष 1990 में राज्य सभा चुनी गयी और 1990-96 के दौरान राज्यसभा में रहीं | 1996 में दक्षिण दिल्ली से 11वीं लोक सभा के लिए चुनी गईं। भारतीय इतिहास 1996 में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार चुनी गयी उसमे उन्हें ‘सूचना और प्रसारण मंत्री’ बनाया गया था लेकिन उनकी सरकार केवल में की तेरह दिनों तक ही चली | उसके बाद वो 12वीं लोक सभा में भी वे चुनकर आईं फिर दोबोरा उनको ‘सूचना प्रसारण मंत्री’ बनाई गयी ।
उन्होंने 1999 में सोनिया गाँधी के ख़िलाफ़ पहली बार कर्नाटक के बेल्लारी संसदीय चुनाव क्षेत्र से लोक सभा चुनावों चुनाव लड़ा था | जिसमे वो चुनाव हार गई | लेकिन उनकी कड़ी टक्कर ने उनको पहचान को और निखारा | बाद में उन्होंने 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय उत्तराखंड से राज्य सभा के लिए चुनी गईं | उसके बाद राज्य सभा रहते हुए वे परिवार कल्याण मंत्री और पुन: सूचना सूचना प्रसारण मंत्री बना दिया गया |
उनसे जुडी कुछ विशेषताएं और उत्कृष्ट सम्मान:-
सुषमा स्वराज के साथ बहुत ऐसे विशेषताएं जुडी है जैसे किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, पहली केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री ( दिल्ली मुख्यमंत्री ), नेता प्रतिपक्ष, प्रवक्ता, महासचिव रही हैं |
भारतीय जनता पार्टी की एक ऐसी महिला है जिन्हें उत्तर और दक्षिण भारत दोनों से चुनाव लड़ा है। भारत की एक मात्र अकेली महिला है जिन्हें असाधारण सांसद का पुरस्कार मिला है।
चुनाव क्षेत्र:-
• विदिशा, मध्य प्रदेश
• दक्षिण दिल्ली, दिल्ली
राजनैतिक सफ़र:-
सदस्यता
• हरियाणा-विधान सभा, 1977-1982 और 1987-1990
• दिल्ली के मुख्यमंत्री 13 अक्टूबर-3 दिसंबर 1998
• राज्य सभा सदस्य अप्रैल 2000
केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री:-
26 मई 2014 विदेश मंत्री के पद पर हैं |
1977-1979 – श्रम और रोज़गार |
1987-1990 – शिक्षा, खाद्य और नागरिक आपूर्ति |
16 मई 1996-1 जून 1996 – सूचना और प्रसारण |
19 मार्च-12 अक्टूबर 1998 – सूचना और प्रसारण और दूरसंचार (अतिरिक्त प्रभार) |
30 सितंबर 2000 – 29 जनवरी 2003 तक – सूचना और प्रसारण |
29 जनवरी 2003 – 22 मई 2004 तक – स्वास्थ मंत्री एवं संसदीय मंत्री |
अप्रेल 2006 में वे पाँचवी बार राज्य सभा के लिए पुन: |
16 मई 2009, पंद्रहवीं लोकसभा के लिए छटवीं बार चुनी गईं |
3 जून 2009 को वे लोक सभा विपक्ष के उपनेता चुनी गईं |
21 दिसम्बर 2009 को विपक्ष नेता चुनी गईं |