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मधुमेह (diabetes ) क्या है? डायबिटीज कैसे होता है? क्या लक्षण हैं? डायबिटीज से कैसे बचें? How To Control Diabetes?

डायबिटीज diabetes (मधुमेह )आज कल के भाग दौड़ भरी जिंदगी में मोटापा (obesity) और डायबिटीज diabetes (मधुमेह ) दो सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हैं आम होती जा रही है । भाग दौड़ भरी  जीवनशैली, गलत खानपान इसके प्रमुख कारण हैं लेकिन जीवनशैली और खानपान की आदतों में सुधार करके हम इन समस्याओं से बच सकते हैं।

मधुमेह (डायबिटीज ) में ब्लड शुगर (Blood sugar ) बहुत बढ़ जाता है जिससे शरीर की इंसुलिन उत्पादन क्षमता (Insulin production capacity ) प्रभावित होने लगती है। जिसके कारण कई ऐसा समस्याएं आने लगी है जिसके चलते शरीर सक्रिय रूप से इंसुलिन का इस्तेमाल ही नहीं कर पाता हैं ।

मधुमेह के लक्षण (Symptoms of diabetes):-

– बहुत ज्यादा या बार बार प्यास लगना

– आँखों की रौशनी कम होना (दृष्टी धुंधली होना)

– लगातार भूख लगना

– बार-बार पेशाब का आना

– अकारण वजन कम होना

– कोई भी चोट या जख्म देरी से भरना (घाव ठीक न होना या देर से घाव ठीक होना)

– हाथों, पैरों और गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म

– बिना किसी कारण के और बिना किसी मौसम बार-बर फोड़े-फुंसियां निकलना

– चक्कर आना (सिरदर्द)

– बिना किसी कारण के थकावट महसूस होना

– चिड़चिड़ापन ( किसी भी बात में चिड़चिड़ापन होना )

इंसुलिन क्या है? (What is insulin?)

भोजन के बाद पाचन तन्त्र आपके खाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates) को ग्लूकोज़ (Glucose) में बदल देता है। इंसुलिन (insulin ), एक ऐसा हॉर्मोन (Hormone ) है जो आपके Pancreas -पैंक्रियाज़ (अग्न्याशय) नाम के अंग से उत्पत्ति होता है। ये आप के ग्लूकोज़ को अवशोषित/सोखता और कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates) और फ़ैट मेटाबॉलिज़्म (चयापचय) को नियंत्रित करता है ।

कुछ डॉक्टर से मेरी बात हुयी जिन्होंने  मधुमेह (diabetes ) के बारे में बताया ।

Type 1 और Type 2 मधुमेह

Type 1: – डायबिटीज़ (मधुमेह) से पीड़ित लोगो के शरीर की पाचक-ग्रंथि इन्सुलिन बनाना बंद कर देती है| इसका कारण अज्ञात है|

Type 2: – में ब्लड शुगर लेवल पर नहीं रह पाता क्योंकि डायबिटीज़ (मधुमेह) से शरीर या तो सही मात्रा में इंसुलिन (insulin) बनाना बंद कर देता है या फिर सही ढंग से इस्तेमाल करना कम कर देता है। आपके शरीर में इन्सुलिन उचित काम नहीं कर पाता |इसका सबसे आम कारण अत्यधिक शरीर का वजन होना और पर्याप्त व्यायाम न करना है।

कैसे लाएं जीवन-शैली में बदलाव?

अपने रोज़-मर्रा की ज़िन्दगी में कुछ बदलाव लाने से मधुमेह को क़ाबू में रखा जा सकता है। लेकिन यह आपकी स्थिति और मधुमेह के प्रकार पर निर्भर है।

पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम के इस्तेमाल से वज़न पर नज़र रखें| ध्यान में रखें यह कुछ सुगर कंट्रोल के सरल तरीके और अपने कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर लेवल में सुधार लाए|

शुगर को जड़ से खत्म करने के आसान उपाय – बाबा राम देव (Swami Ramdev ) का ये वीडियो आप के लिए काफी लाभदायक होगा इसे जुरूर देखें |

कुछ और भी अहम् घरेलु चीजे है जिसके सेवन से आप  मधुमेह (diabetes ) को कण्ट्रोल कर सकते है ।

  1. तुलसी की पत्त‍ियों के इस्तेमाल से कंट्रोल करें डायबिटीज:- तुलसी जिसे हिन्दू धर्म में पूजनीय माना जाता है जो हर घर में पूजा होती है, तुलसी की पत्त‍ियों में एंटी-ऑक्सीडेंट ( Anti-oxidant) और भी ऐसे तत्व पाए जाते पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स (Pancreatic Beta Cells ) को इंसुलिन (insulin )  के प्रति सक्रिय बनाती हैं। ये सेल्स इंसुलिन (insulin)के स्त्राव को बढ़ाती हैं। इसे सवाल करने के तरीको में आप इसे  खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबा सकते है या  चाहें तो तुलसी का रस भी पी सकते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल कम होता है।
  1. दालचीनी का पाउडर लेना भी है बहुत फायदेमंद:- दालचीनी (Cinnamon) इक ऐसे चीज है जो की हर घर में व्यंजनों (Recipes) में इस्तेमाल होता है। इसके प्रयोग से इंसुलिन की संवेदनशीलता (Sensitivity) बढ़ती है, जिसके चलते ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने और नियंत्रित करने में मददगार होता है । इसे आप चाहें तो पीसकर महीन पाउडर (Powder) बना कर गुनगुने पानी (Warm water) के साथ लें। ज्यादा पाउडर ना लें क्यों की अधिक मात्रा में लेने से खतरनाक हो सकता है। 
  1. ग्रीन टी पीना भी है फायदेमंद:- ग्रीन टी (Green Tea ) आप ने नाम जरूर सुना होगा, आप को बता दें की ग्रीन टी (Green Tea ) में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल ( Polyphenol ) पाया जाता है। ये एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट (Active anti-ऑक्सीडेंट) है। आप ग्रीन टी (Green Tea ) को  प्रतिदिन सुबह और शाम लें जो की काफी मददगार साबित होगा । इससे  पाएं जाने वाला सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट (Active anti-oxidant ) जो की ब्लड शुगर (Blood sugar )को नियंत्रित करने में मददगार है। 
  1. सहजन की पत्त‍ियों का रस:- सहजन (Drumstick ) जो की आप के आस-पास की पत्त‍ियों का रस (Leaf juice ) भी डायबिटीज कंट्रोल (Diabetes control) करने में बहुत कारगर है । इसके पत्त‍ियों को पीस लें और इसे अच्छी तरह से निचोड़ ले और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। ये सुगर लेवल मैनेज करने में बहुत कारगर है । 
  1. जामुन के बीजों के सेवन से:- जामुन के बीज जो आप को आसानी से मिल जायेगा, इसके बीज भी डायबिटीज ( Diabetes ) कंट्रोल करने में काफी मददगार हैं। आप जामुन के बीजों को अच्छी तरह सुखा लें, इसके बाद इन्हें पीसकर एक चूर्ण बना लें। सुबह फ्रेश हो कर खाली पेट जामुन के बीजों के चूर्ण को 1 छोटे चमच गुनगुने पानी के साथ लें। जो की डायबिटीज कंट्रोल में फायदेमंद होगा । 
  1. गेहूं के छोटे-छोटे पौधों का रस:- गेहूं एक ऐसा खाद्यय पदार्थ जो हर जगह मिल जायेगा इसके छोटे-छोटे पौधों का रस असाध्य बीमारियों को भी मिटा सकता है। गेहूं के रस को ग्रीन ब्लड के नाम से भी जाना जाता है। गेहूं के जवारे का आधा कप ताजा रस रोज सुबह-शाम पीने से मधुमेह (diabetes ) में लाभ होता है। 
  1. नीम की पत्तियों (Neem leaves):- को हमारे हिन्दू धर्म में दवा का दर्जा दवा जाता है नीम के बृक्ष की पूजा भी की जाती है नीम की पत्ति प्राकृतिक गुणों से भरपूर होता है (Neem leaf is rich in natural properties. ) मधुमेह पर कंट्रोल (Diabetes control ) करने के लिए नीम की पत्तियों का रस खाली पेट पीना चाहिए। आप चाहें तो नीम के 5 -10 पत्तियों चबा कर भी खा सकते है ये इन्सुलिन (Insulin) संग्राहक संवेदनशीलता को बढ़ाता है, रक्त वाहिकाओं (Blood vessels ) को प्रसारित करके रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है, ब्लड ग्लूकोज़ (Blood glucose) के लेवल को कम करता है और हाइपोग्लास्मिक औषधियों पर निर्भरता कम करता है।

आप इस पोस्ट पर Comment  के माध्यम से अपनी सुझाव जरूर दें ताकि मै आप के सुझाव के अनुसार कुछ और लिख सकू |
मुझे आप के कमेंट का इंतिजार रहेगा ।

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