नेशनल कांफ्रेंस के नेता और UPA के Alliance रहे फारुख अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों और कश्मीर में पत्थर मारने वाले युवाओं पर बड़ा बयान दिया है। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में जो बच्चे पत्थर मारते हैं, उनका राज्य के टूरिज्म से कोई लेना-देना नहीं है वह अपने देश जम्मू – कश्मीर के लिए लड़ रहे हैं । जम्मू कश्मीर के ओ युवा अपने देश जम्मू कश्मीर को आजद देखना चाहते है ।
फारुख अब्दुल्ला के बातो के अनुसार , उन पत्थर बाज युवाओ को कोई भड़का या पत्थर फेकने के लिए कोई उन्हें पैसा नहीं देता है । ओ एक सिपाही की तरह केवल और केवल अपने देश जम्मू – कश्मीर के जीते है और आजादी की बात करते है । उनका भारत के कोई लेना देना नहीं । यदि उनके बातो को ध्यान दिया जाए तो उनके अनुसार ये बात भी निकल कर आता है की भारत और पाकिस्तान उनके देश जम्मू – कश्मीर पर जबरन कब्ज़ा किये है । यदि भारत और पाकिस्तान जम्मू – कश्मीर छोड़ दे तो ओ हमारे युवा , हमारे हीरो पत्थर मरना बंद कर देंगे ।
वहीं AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी फारुक की बात से सहमत नहीं हैं. औवेसी ने कहा कि फारुख साहब को चुनाव लड़ना है इसलिए इस तरह की बातें कर रहे हैं, उनके बेटे जब सीएम थे तब 100 से ज्यादा लड़कों की मौत हुई थी. तब तो उन्होंने कुछ नहीं कहा. अब चुनाव हैं तो वह बोल रहे हैं. औवेसी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान का मसला दो देशों का मुद्दा है, इसमें किसी तीसरे की जरुरत नहीं है.
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने इस मुद्दे पर कहा कि वह फ्रीडम ऑफ स्पीच का दुरुपयोग कर रहे हैं, उनके मनम में जो भी आता है वह बोल देते हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस बयान पर ऐसे कमेंट आ रहे हैं कि हम बता नहीं सकते. बाबुल बोले कि भारत सरकार का हमेशा से ही स्टैंड रहा है कि कोई तीसरा पक्ष दोनों देशों के बीच में नहीं आ सकता है.