हिंदुओं के आस्था का प्रतिका भगवान बद्रीनाथ धाम (Lord Badrinath or Badrinarayan) भले ही कपाट बंद हो चुके हैं लेकिन इस भगवन बदरीनाथ धाम में जहाँ माइनस 20 डिग्री पर पहुंच ठिठुरने वाली कड़क ठंडी में भी अनेक साधु – संत आज भी भगवान् की भक्ति में लीन हैं । इन्हे देख लगता है की इनके सामने कड़क ठंडी ने भी घुटने तक दिया है लगता है की इनके शरीर वज्रदेह बन चूका है ।
पूरा उच्च हिमालयी सर्दियों Himalayan Winter में बदरीनाथ धाम सहित यह क्षेत्र 4 से 6 फीट बर्फ से ढक जाता है फिर भी साधक की साधना भंग करने की तगत इस कड़ाके की ठण्ड में भी नहीं है ।
साधु जो माया के बंधन को तोड़ भगवान् के द्वार तक पहुंचे हैं । ये अपने ही साधना में लीन रहते है न तो उन्हें ठंडे पानी Cold water से कोई फर्क पड़ रहा है और न ही बर्फबारी Snowfall से । इस जगह पर भगवान् बदरीनाथ धाम Bhagwan Badrinath Dham में कपाट बंद होने के बाद सन्नाटा छा जाता है । यहाँ पर किसी को अनुमति नहीं होती लेकिन फिर भी कुछ साधु तप के लिए प्रशासन की अनुमति लेकर बदरीनाथ में ही रहते हैं । इस समय यहां ITBP, सेना और मंदिर की सुरक्षा में जवान तैनात होते हैं |