
जय हो जय हो , नीतीश तुम्हारी जय हो-अजय अमिताभ सुमन
जय हो , जय हो,
नितीश तुम्हारी जय हो।
जय हो एक नवल बिहार की ,
सुनियोजित विचार की,
और सशक्त सरकार की,
कि तेरा भाग्य उदय हो,
तेरी जय हो।
जाति पाँति पोषण के साधन
कहाँ होते ?
धर्मं आदि से पेट नहीं
भरा करते।
जाति पाँति की बात करेंगे जो,
मुँह की खायेंगें।
काम करेंगे वही यहाँ,
टिक पाएंगे।
स्वक्षता और विकास,
संकल्प सही तुम्हारा है।
शिक्षा और सुशासन चहुँ ओर ,
तुम्हारा नारा है।