मन की हलचल रोकने का एक सरल तरीका
पतंजलि ने योग की बहुत ही सरल परिभाषा दी थी – योग चित्त वृत्ति निरोधः। इसका अर्थ है मन में आने वाले सभी बदलाव रुक जाने पर योग की स्थिति प्राप्त होती है। जानते हैं ऐसी स्थिति तक पहुँचने का सरल उपाय |
अगर आप हर चीज को उसी तरह समझते और महसूस करते हैं, जैसी वो है, तो लोग आपको दिव्यदर्शी या मिस्टिक कहते हैं। अगर आप जीवन को वैसे नहीं देखते, जैसा वह है तो इसका मतलब है कि आप मिस्टिक नहीं मिस्टेक हैं (गलती कर रहे हैं)।
अब हम सब मिलकर उस गलती को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। आपके साथ जो कुछ भी घटित होता है, वह उस तरह से इसलिए घटित होता है, क्योंकि वह आपके मन के पर्दे पर उसी तरह से प्रतिबिंबित होता है। हम आइने के उदाहरण से इसे समझने की कोशिश करते हैं। आपके घर पर जो आइना है, वह अगर रोज अपना आकार बदल ले, तो आपको कभी समझ ही नहीं आएगा कि आप कैसा दिखते हैं। इसीलिए पतंजलि ने योग की बहुत ही आसान और टेक्