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Tag: Vishw gagan par fir se gunje

राष्ट्रोदय गीत। आरएसएस गीत राष्ट्रोदय। Rastoday Geet

राष्ट्रोदय गीत। आरएसएस गीत राष्ट्रोदय। Rastoday Geet

कविता
 राष्ट्रोदय गीत विश्व गगन पर फिर से गूंजे ,भारत माँ की जय जय जय। बढ़ते जाएँ हो निर्भय , बढ़ते जाएँ हो निर्भय।। कालजयी है चिंतन अपना , सभी सुखी हो एक ही सपना जगती है परिवार हमारा , जगती है परिवार हमारा चमके अपना शील विनय , बढ़ते जाए हो निर्भय , बढ़ते जाए हो निर्भय।। अपनी शक्ति को परकटाये स्नेहामृत पल-पल छलकाए भेद अभावों को हरना है ,भेद अभावों को हरना है मंगलमय नव अरूणोदय , बढ़ते जाए हो निर्भय , बढ़ते जाए हो निर्भय।। सृष्टि की समझे रचनाये ,सम्यक विकास पथ अपनाये वायु , जल , भूमि  तत्तवों को ,वायु , जल , भूमि  तत्तवों को सदा रखेंगे तेजोमय , बढ़ते जाए हो निर्भय , बढ़ते जाए हो निर्भय।। जीवन व्रत यह चले अखंडित ,तन-मन -धन सर्वस्व समर्पित , जगत गुरु सिहासन सोहे ,जगत गुरु सिहासन सोहे गौरव महिमा हो अक्षय , बढ़ते जाए हो निर्भय , बढ़ते जाए हो निर्भय।। विश्व गगन पर फिर से गूंजे ,भारत माँ की जय जय